निजी स्वार्थ और लालच के आगे लाइनमैन जयनारायण व उदयवीर लगा रहे अपनी ज़िन्दगी दाव पर।
डाटला एक्सप्रेस संवाददाता 

गाज़ियाबाद के साहिबाबाद अंतर्गत आने वाले लाजपत नगर बिजली घर क्षेत्रांतर्गत आने वाले कोयल एनक्लेव बिजली घर पर तैनात लाइनमैन जयनारायण व उदयवीर का चलती लाइन पर काम करते एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, यह तस्वीर 27 दिसंबर के सुबह के समय की बताई जा रही है। वायरल तस्वीर मे देखा जा सकता है की लाइनमैन जयनारायण चालू बिजली की लाइन पर कुछ काम रहा है, वही दूसरा लाइनमैन उदयवीर नीचे खड़ा दिखाई पड़ रहा है। यदि इस स्थिति यानी चालू बिजली की लाइन पर काम करते हुए लाइनमैन जयनारायण के साथ कोई हादसा हो जाता तो उसका जिम्मेदारी किसके सर मढ़ी जाती। सीधी सी बात है जिन अधिकारियों के अधीन ये दोनों काम करते हैं उन्हीं के सर पर। 

यहां सोचने वाली बात तो यह है कि आखिर ऐसा भी कौन सा काम आ गया जिसमें इन दोनों लाइनमैनों के पास लाइन शटडाउन करवाने तक का समय नही था, या यूं कहें कि यह दोनों ऐसा करना ही नहीं चाहते थें। 

(कुछ ऐसे ही लाइनमैनों के चलते होता है अधिकारियों व विभाग का नाम खराब)

दरअसल यहां सच्चाई यह है कि अधिकतर आम लोगों के पास उनके क्षेत्र मे कार्यरत बिजली विभाग के लाइनमैनों व मीटर रीडरों के फोन नंबर होते हैं, क्यूंकि आए दिन कहीं ना कहीं किसी ना किसी घर, काम्प्लेक्स, अपार्टमेंट्स आदि मे लाइन मे फॉल्ट की समस्या होती रहती है, ऐसे मे लोग विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली से बचने के लिये उनके क्षेत्र मे तैनात लाइनमैन को फोन करके बुला लेते हैं और कुछ पैसे देकर कई घंटों बाद विभागीय स्तर पर होने वाले काम को कुछ ही मिनटों मे करवा लेते हैं, इससे लोगों का किमती समय तो बचता ही है साथ ही साथ लाइनमैन की भी ऊपरी कमाई हो जाती है। ऐसी स्थिति मे चाह कर भी वह लाइनमैन बिजली घर मे फोन करके लाइन शटडाउन करने को नहीं कह सकता क्यूंकि यदि वह ऐसा करेगा तो उससे इसकी वज़ह पूछी जाएगी जिसे वह बता नहीं सकता। बिल्कुल यही चीज़ यहा पर भी है जिसमें दोनों लाइनमैनों ने बिना लाइन शटडाउन करवाएं ही मौके पर काम करना शुरू कर दिया। ऐसी स्थिति मे यदि कोई हादसा हो जाता है तो सारे लाइनमैन मिल कर अपनी यूनियन बाजी करके सरकार और विभाग को दोषी ठहराते हुए भारी मुआवजे और पीड़ित लाइनमैन के परिवार से किसी को सरकारी नौकरी तक देने की मांग करने लगते हैं। यानी भ्रष्टचार करे ये, जान बुझ कर खतरा मोले ये और उसका भुगतान करे सरकार और विभाग। 

जब इस प्रकरण में अधिकारियों का पक्ष जानने के लिए चीफ इंजीनियर मुकेश मित्तल से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने हमेशा की तरह फोन नहीं उठाया, जबकि उन्हें दो बार उनके सरकारी नंबर 9193320000 पर संपर्क किया गया। जिसके बाद लाजपत नगर एसडीओ शिवनाथ शर्मा से भी उनके सरकारी नंबर 9193320553 पर संपर्क किया गया तो उन्होंने भी फोन नहीं उठाया जिसके बाद एस.सी साहब से संपर्क किया गया तो उन्होंने भी टालते हुए कहा कि मैं अभी छुट्टी पर चल रहा हूं जब छुट्टी से वापस आऊंगा तो देखता हूं आगे उन्होंने कहा कि वैसे फिलहाल चार्ज एन के साहब के पास है उनसे संपर्क कीजिये। जिसके बाद एन के साहब के सरकारी नंबर 9193320666 पर संपर्क किया गया तो उन्होंने भी यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि मैं तो वैशाली सेक्टर तीन देखता हूं मेरे पास कोई भी चार्ज नहीं है।
Comments
Popular posts
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की छत्रछाया में अवैध फैक्ट्रियों के गढ़ गगन विहार कॉलोनी में हरेराम नामक व्यक्ति द्वारा पीतल ढलाई की अवैध फैक्ट्री का संचालन धड़ल्ले से।
Image
प्रदेश के दूसरे सबसे स्वचछ शहर का तमगा प्राप्त गाज़ियाबाद झेल रहा नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही की मार।
Image
दादर (अलवर) की बच्ची किरण कौर की पेंटिंग जापान की सबसे उत्कृष्ट पत्रिका "हिंदी की गूंज" का कवर पृष्ठ बनी।
Image
साहित्य के हिमालय से प्रवाहित दुग्ध धवल नदी-सी हैं, डॉ प्रभा पंत।
Image
जर्जर बिजली का खंभा दे रहा हादसे को न्यौता, यदि हुआ कोई हादसा तो होगा भारी जान माल का नुकसान।
Image