(चार घंटे बीत बाद भी एरिया ऑफिसर प्रियंका राय नही पहुंची मौके पर जांच करने)
डाटला एक्सप्रेस संवाददाता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों की राशन डीलर खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं और आम जनता के हक के राशन को छीन कर प्राइवेट दुकानदारों को बेच काली कमाई से अपनी जेबे भर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला जनपद गाज़ियाबाद के साहिबाबाद, तुलसी निकेतन स्थित मैसर्स आकाश मलिक नामक सरकारी उचित दर की दुकान, कोड संख्या 296 का है। यह दुकान गगन विहार, भोपुरा के सरकारी स्कूल के पीछे स्थित है। सूचना के अनुसार दुकान मालिक आकाश मालिक कार्डधारकों को प्रति यूनिट 1 किलो कम राशन, यानी 4 प्रति यूनिट दे रहा है। जबकि प्रति यूनिट 5 किलो राशन दिया जाना निश्चित है जिसमें 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल शामिल है। परंतु आकाश मलिक अपनी दबंगई और खाद्य आपूर्ति विभाग मे अपनी अच्छी पकड़ के चलते बेखौफ डंके की चोट पर लोगों को मात्र प्रति यूनिट 2 किलो गेहूं और 2 किलो चावल बांट रहा है।
जब लोगों ने इसका विरोध किया और पूरा राशन देने की बात कोटाधारक आकाश मालिक से कही तो वह भड़क उठा और जहां भी संभव हो उन्हें शिकायत कर कार्यवाही करने की चुनौती दे डाली।
जब मामले की जानकारी लेने हमारे संवाददाता मौके पर पहुंचे और एरिया ऑफिसर प्रियंका राय से फोन पर दुकान मालिक आकाश मलिक की बात कराई तो दुकान मालिक ने एरिया ऑफिसर प्रियंका राय से भी साफ लफ्जो में कह दिया कि हां मैंने कुछ लोगों को राशन कम दिया है। अब जरा सोचिये एक कोटाधारक के हौसले आज इस हद तक बुलंद है कि एक तो वह चोरी करता है फिर वह लोगों को कही भी शिकायत करने की चुनौती देता है और अंत मे एक विभागीय अधिकारी से ऑन कॉल साफ-साफ चोरी करने की बात भी स्वीकर करता है। आखिर किसके दम से आज इस कोटाधारक के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह विभागीय अधिकारी, आम जनता सहित पत्रकारों को भी खुले आम चोर होने के बावजूद चुनौती दे रहा है।
ताज्जुब तो यह है कि 4 घंटे बीत जाने के बाद भी एरिया ऑफिसर प्रियंका राय ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच करना तो दूर लोगों की बातें सुनना भी नहीं स्वीकारा, जिसके बाद मामले की शिकायत डीएसओ डाॅ सीमा बालियान से की गई तो सीमा बालियान ने लिखित में शिकायत देने को कहा और जल्द ही राशन डीलर पर कार्यवाही करने की बात कही।
हमारे संवाददाता ने मौके पर साक्ष्य के रूप मे कोटाधारक आकाश मालिक से क्षेत्रीय अधिकारी प्रियंका राय से फोन पर हुई बात की विडियोग्राफी सहित कॉल की रिकॉर्डिंग संरक्षित कर ली है, जिन्हें शिकायत के साथ संलग्न कर मुख्यमंत्री कार्यालय "उत्तर प्रदेश" सहित मंडल एवं शाशन स्तर के अधिकारियों को जल्द प्रेषित किया जायेगा।