डाटला एक्सप्रेस संवाददाता
दिल्ली की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था 'पर्पल पेन' द्वारा रविवार, दिनांक 03 जुलाई, 2022 आईटीओ स्थित 'मालवीय स्मृति भवन' में काव्य गोष्ठी 'अनहद' और पुस्कत लोकार्पण का एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता मशहूर उस्ताद शायर श्री सीमाब सुल्तानपुरी ने की। विशिष्ट अतिथियों के रूप में विधि भारती परिषद् की संस्थापक, विदुषी सुश्री संतोष खन्ना, विष्णु प्रभाकर संस्थान के संस्थापक, वरिष्ठ साहित्यकार श्री अतुल प्रभाकर और विख्यात शायर श्री मलिकज़ादा जावेद की गरिमापूर्ण उपस्थिति रही।
इस अवसर पर पर्पल पेन समूह की ओर से संस्थापक-अध्यक्ष वसुधा 'कनुप्रिया' सहित मंचासीन अतिथियों ने पटल पर सतत लेखन एवं साहित्यिक लिखित आयोजनों के श्रेष्ठ सञ्चालन के लिए सर्व सुश्री गीता भाटिया, डॉ. कविता सूद, वीना तँवर और मधु श्रीवास्तव 'मधुश्री', मीनाक्षी भटनागर और सुश्री वंदना मोदी गोयल को 'साहित्य ज्योति सम्मान' ट्रॉफी प्रदान कीं। अपनी विशिष्ट साहित्यिक सेवाओं के लिए ट्रू मीडिया के संस्थापक एवं संपादक श्री ओम प्रकाश प्रजापति और कवि जगदीश मीणा को भी यह सम्मान प्रदान किया गया।
मंचासीन अतिथियों एवं वसुधा 'कनुप्रिया' द्वारा सुश्री मधु श्रीवास्तव 'मधुश्री' के प्रथम काव्य संग्रह 'मिटटी से देह की गंध तक' का लोकार्पण भी किया गया।
तत्पश्चात, सर्व श्री/सुश्री गीता भाटिया, वंदना मोदी गोयल, डॉ, कविता सूद, वीना तँवर, सरोज शर्मा, कविता मल्होत्रा, शारदा मदरा, ममता लाड़ीवाल, उषा श्रीवास्तव, रामकिशोर उपाध्याय, सुनील शर्मा, जगदीश मीणा, मनोज कामदेव, अरविन्द कर्ण, असलम बेताब, दिनेश आनंद, के. शंकर सौम्य, राजीव उपाध्याय 'कामिल' सहित दिल्ली और उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से पधारे लगभग पैंतीस कविगण से गीत, ग़ज़ल, मुक्तक, दोहे, गीतिका,आदि का सुन्दर पाठ किया।
तीनों विशिष्ट अतिथियों -- सुश्री संतोष खन्ना, श्री अतुल प्रभाकर और श्री मलिकज़ादा जावेद ने अपने सारगर्भित और सार्थक उद्बोधन में समूह की एवं वसुधा कनुप्रिया के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की एवं मंच की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए शुभकामनाएं दीं । सभी के अपनी कविताओं और मयारी शायरी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उस्ताद शायर श्री सीमाब सुल्तानपुरी की बेहद शानदार ग़ज़लों ने आयोजन को ऊचाइयों तक पहुँचाया।
'अनहद गोष्ठी' का शुभारंभ माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पण कर के किया गया।वसुधा 'कनुप्रिया' द्वारा मंचासीन अतिथियों को माला, अंगवस्त्र, पुष्प गुच्छ और ट्रॉफी दे कर उनका स्वागत किया गया साथ ही, सदन में उपस्थित विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों का भी पटका पहना कर अभिनंदन किया गया।
अपने स्वागत वक्तव्य में पर्पल पेन साहित्यिक समूह की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए समूह की संस्थापक-अध्यक्ष और इस आयोजन की संयोजक सुश्री वसुधा 'कनुप्रिया' ने बताया कि समूह अब तक साहित्य, , समाज सेवा, मीडिया, पर्यावरण आदि के क्षेत्रों में विशिष्ट सेवाएं देने वाले गुणीजन को 'साहित्य साधक सम्मान, साहित्य सेवी सम्मान, साहित्य केतु सम्मान, शब्द शिल्पी सम्मान सहित लगभग सौ लोगों को ट्रॉफी, आदि से सम्मानित कर चुका है। सुश्री वसुधा 'कनुप्रिया' ने पर्पल पेन समूह की ओर से पद्मभूषण गोपालदास 'नीरज' की स्मृति में एक लाइफ टाइम अचिएवेन्ट अवार्ड की भी घोषणा की।
पर्पल पेन द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रतियोगिता आयोजित की जाने की जानकारी भी वसुधा कनुप्रिया ने दी। उन्होंने मंच द्वारा बिना देय राशि के प्रकाशित होने वाले प्रस्तावित कविता संग्रह के लिए नवोदित रचनाकारों की रचनाएं भी आमंत्रित की।
लगभग चार घंटे चले इस कार्यक्रम में श्रृंगार से ले कर वीर रस, हास्य से ले कर करुण रस में पगी, समसामयिक, सुन्दर और प्रेरक रचनाओं का पाठ हुआ।
कार्यक्रम के समापन पर आभार ज्ञापित करते हुए श्री ओम प्रकाश प्रजापति ने सभी सम्मानित अतिथियों एवं कविगण को 'अनहद' गोष्ठी और लोकार्पण समारोह को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।