जीडीए प्रवर्तन जोन पांच के प्रभारी की गोद मे अवर अभियंता खेल रहे हैं भ्रष्टाचारी खेल










(पूरी तरह अवैध निर्मित श्री कृष्णा वाटिका कॉलोनी मे हो रहे दो अवैध निर्माणों को संरक्षण दे, क्षेत्रीय अवर अभियंता काट रहे हैं चांदी) 

डाटला एक्सप्रेस संवाददाता 

गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन जोन जोन पांच के सुदामापुरी, डूंडाहेड़ा स्थित पूरी तरह अवैध निर्मित श्री कृष्णा वाटिका (SHRI KRISHNA VATIKA) नामक कॉलोनी मे हो रहे दो अवैध निर्माणों को अपना संरक्षण दे, क्षेत्रीय अवर अभियंता द्वारा चांदी काटी जा रही है। उक्त दोनों निर्माणों मे निर्माणकर्ता द्वारा प्राधिकरण से स्वीकृत मानचित्र के बिल्कुल विपरीत निर्माण किया गया जो आज भी जारी है, जिसे प्रकाशित छायाचित्र मे साफ-साफ देखा जा सकता है। यदि क्षेत्र का कार्यभार संभाल रहे अवर अभियंता कहें कि उन्हें इन दोनों अवैध निर्माणों की जानकारी नही थी तो यह एक सफेद झूठ होगा क्यूंकि उक्त दोनों निर्माण पूरी तरह अवैध निर्मित श्री कृष्णा वाटिका नामक कॉलोनी मे स्थित है जो अवैध निर्माणों के मामले मे प्रवर्तन जोन पांच पर एक बदनुमा दाग की तरह है, जिसमें आये दिन निर्माणकर्ताओं पर दबाव बनाने के लिये इनके द्वारा दिखावटी सीलिंग की कार्यवाहियां की जाती रहती हैं, बावजूद इसके आज उक्त कॉलोनी मे अनगिनत चार से पांच मंजिला आवासीय अपार्टमेंट बन कर तैयार हो चुके हैं जिनमे लगभग यूनिट्स को बिल्डरों द्वारा प्राधिकरण से बिना कंप्लीशन सर्टिफिकेट लिये बेचा भी जा चुका है। तो क्या ऐसे मे इन दोनों इतने बड़े निर्माणों पर इनकी नज़र नही गई। उक्त सुदामापुरी, डूंडाहेड़ा क्षेत्र में इन दोनों अवैध निर्माणों के अतिरिक्त ऐसे छोटे बड़े तकरीबन 100 से भी अधिक अवैध निर्माण क्षेत्रीय अवर अभियंता के संरक्षण में आज गतिशील हैं जिन्हें कोई भी जांच अधिकारी मौके पर जा बहुत ही सरलता से देख सकता है, उन सभी अवैध निर्माणों की जानकारीयां एकत्रित की जा रही हैं जिन्हें जल्द प्रकाश मे लाया जायेगा एवं उक्त मामले की गंभीरता एवं प्रवर्तन जोन पांच मे पनप रहे भारी भ्रष्टाचार कि शिकायत प्रशासन, मंडल एवं शाशन स्तर पर की जा रही है। 

अवैध निर्माण के कुछ मुख्य बिंदु

1-उक्त दोनों निर्माणों मे प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत मानचित्र के बिल्कुल विपरीत किया गया और आज भी किया जा रहा है अवैध निर्माण।

2-दोनो अवैध निर्माणों मे निर्माणकर्ता द्वारा सेट बैक एरिया को भी घेरकर किया गया है निर्माण, जिसे प्रकाशित छायाचित्र मे साफ-साफ देखा जा सकता है।

3-निर्धारित से अधिक है दोनों बिल्डिंग्स की ऊंचाई एवं यूनिट्स की संख्या।

4-निर्धारित से कई गुना अधिक है छज्जों की चौड़ाई जिसे चित्र में साफतौर पर देखा जा सकता है।

5-बिना आदेश किया जा रहा हैं अवैध भू-जल दोहन।

6-दोनों निर्माणों मे निर्धारित से कही अधिक किया गया है भू-आच्छादन एवं एफएआर नियमों की धज्जियां उड़ा किया गया है अतिरिक्त निर्माण जिसके परिणामस्वरूप आने वाले शमन, जुर्मानों आदि शुल्कों का प्राधिकरण को उठाना पड़ा है नुकसान।

7-मानचित्र के विपरीत दोनों निर्माणों मे पार्किंग एरिया को घेर कर किया गया है कानविनियंट शॉपस एवं यूनिट्स का निर्माण जिन्हें चित्र मे भी साफ देखा जा सकता है।

8-उक्त के संबंध में आने वाली शिकायतों पर प्रवर्तन जोन 05 के अभियंताओं द्वारा अतिरिक्त निर्माण के शमन आवेदन प्राप्त होने, थाने मे एफआईआर पंजीकृत होने एवं न्यायालय मे वाद दायर होने आदि का बहाना बना शुरू से डाला गया दोनों अवैध निर्माणों पर पर्दा, जबकि दोनों निर्माणों मे स्वीकृत मानचित्र से किये गये अतिरिक्त निर्माण के आधे से भी कम का किया गया है शमन।

9-सम्पूर्णता प्रमाणपत्र (COMPLITION CERTIFICATE) बिना ही रजिस्ट्री/बैनामा है चालू।

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