डाटला एक्सप्रेस संवाददाता
अलवर:-दी ग्राम टुडे प्रकाशन समूह द्वारा कवियित्री ममता शर्मा 'अंचल' निवासी अलवर को साहित्य शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया है। प्रबंध निदेशक अनिल कुमार पांडे ने बताया कि उन्हें यह सम्मान दी ग्राम टुडे प्रकाशन समूह के न्यूज़ पोर्टल पर रचनाएं नियमित तौर पर प्रकाशित होने के लिए दिया गया है। इसके अलावा मधुशाला साहित्यिक परिवार उदयपुर की ओर से मधुशाला काव्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। साहित्य परिवार के संपादक दीपेश पालीवाल ने बताया कि ई साझा संकलन 'नारी काव्य संहिता' के प्रकाशन में अमूल्य सहयोग करने पर ममता शर्मा को मधुशाला साहित्य भूषण से सम्मानित किया गया है।ऑन लाइन मुक्तक प्रतियोगिता में इनके मुक्तकों को श्रेठ मुक्तक के रूप में चयन किया गया था।
अखिल भारतीय साहित्य एवं सामाजिक संस्था प्रेरणा परिवार' उत्तर प्रदेश' की ओर से कवियित्री एवं साहित्यकार ममता शर्मा अंचल को स्वतंत्रता सेनानी पंडित रामसेवक शुक्ल स्मृति सम्मान से विभूषित किया गया है। संगठन के संस्थापक अध्यक्ष अनूप मिश्रा ने बताया कि यह सम्मान स्वतंत्रता सेनानी स्व. पंडित रामसेवक शुक्ल के जन्मदिवस के अवसर 21 अप्रैल को प्रदान किया गया।
कवियित्री ममता शर्मा 'अंचल' को इससे पूर्व में भी अनेकों साहित्यिक सम्मान दिए जा चुके हैं। जिसके चलते उन्होंने अलवर का नाम बहुत रोशन किया है।
देश विदेश से ऑन लाइन प्रतियोगिताओं में ममता शर्मा जी ने अनेक सम्मान बटोरे है। इतनी सारी कामयाबियों के बाद आज भी उनके अंदर वही सरलता बनी हुई है। उन्होंने अपनी उपलब्धियों को कभी भी ख़ुद पर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने उपलब्धियों से पैदा होने वाले हम से भी ख़ुद को दूर रखा।उनकी यही सरलता और अनूठा अंदाज बच्चों को इनसे जोड़े रखता है।
सुश्री ममता शर्मा "अंचल" पूर्व में भी कई जगह सम्मानित हो चुकी है। प्रयागराज में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल माननीय केशरी नाथ त्रिपाठी जी महादेवी वर्मा सम्मान से सम्मानित कर चुके है।
2019 में जयपुर के राजभवन में माननीय राज्यपाल कल्याण सिंह जी ने उनके प्रथम गज़ल संग्रह "ओ मेरे मन" का विमोचन करके उन्हें आशीर्वाद प्रदान कर चुके है। इनकी दूसरी पुस्तक "रे मन ...चल सपनो के गांव" का विमोचन मेरठ के इंटरनेशनल फेस्टिवल में कई देशों से आये हुए विद्वानों द्वारा किया गया। दिल्ली, गाज़ियाबाद , शाहजहांपुर, बिहार, मध्यप्रदेश में भी ममता शर्मा सम्मानित हो चुकी है।
आकाशवाणी, दूरदर्शन पर अपने कार्यक्रमो की प्रस्तुति के साथ-साथ सुश्री ममता के लेख देश-विदेश की कई पत्र-पत्रिकाओं में भी प्रकाशित हो चुके हैं।