कोयल एनक्लेव बिजली घर पर तैनात अधिकारी-कर्मचारी पत्रकार पंकज तोमर के विरुद्ध रच रहे हैं षड्यंत्र



डाटला एक्सप्रेस संवाददाता "सौरभ वशिष्ठ"


गाजियाबाद:-गत वर्षों में देखा गया है कि किस प्रकार पूरे देश व प्रदेशों में पत्रकारों पर जानलेवा हमलों में वृद्धि हुई है।इन हमलों में कई पत्रकार गंभीर रूप से घायल हुए तो कइयों को अपनी जान से हाथ तक धोना पड़ा। इसके अलावा ऐसे ही कई मामले पत्रकारों का मानसिक उत्पीड़न करने से लेकर उनके ऊपर झूठे और आधारहीन मुकदमों में उन्हें फंसाये जाने का भी है।उन सभी पत्रकारों का दोष केवल और केवल इतना ही था कि उन्होंने एक पत्रकार की हैसियत से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए समाज में व्यापत अराजक तत्वों व सरकारी विभागों में हो रहे भ्रष्टाचारों आदि के विरुद्ध अपने समाचार पत्रों में ख़बरें प्रकाशित कर समाज और सरकार को उन अराजक तत्वों और सरकारी विभागों में बैठे भ्रष्‍ट अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध जागरूक और सतर्क करने की कोशिश की जो कि वास्तविक रूप से एक पत्रकार का धर्म और कर्तव्य भी है। 


वैसे तो पत्रकारिता को हमारे देश के संविधान का चौथा स्तंभ माना गया है। कहने को हमारे देश में पत्रकारिता स्वतंत्र है। लेकिन क्या सच में ऐसा है, यदि जमीनी सच्चाई पर गौर करे तो पत्रकारों की स्वतंत्रता का हमेशा से ही हनन किया गया है। ऐसा सम्भव केवल इसलिए हो पाया क्यूंकि पत्रकारों की सुरक्षा और उनके हितों-अधिकारों को ध्यान में रखते हुए आज दिन तक कोई भी ऐसा ठोस कानून नहीं बनाया गया जिससे अराजक एवं भ्रष्‍ट लोगों के मनों में संविधान के चौथे स्तंभ से छेड़छाड़ करने को लेकर खौफ उत्पन्न हो पाए। इस दिशा में केंद्र या राज्य सरकारों द्वारा कभी भी प्रयास नहीं किया गया या यूं कहें कि जरूरी नहीं समझा। 


आपका ध्यान मैं एक ऐसे ही ताज़ा विषय की ओर आकर्षित करना चाहता हूं जिसमें विद्युत विभाग गाज़ियाबाद के साहिबाबाद डिवीजन चार राजेंद्र नगर बिजली घर क्षेत्रानतर्गत आने वाले कोयल एनक्लेव बिजली घर के भ्रष्टाचार व क्षेत्र में विभाग के नाम से हो रही उगाही से संबंधित कई खबरें हमारे समाचार पत्रों ट्रू टाइम्स एवं डाटला एक्सप्रेस में पत्रकार पंकज तोमर की सटीक एवं सक्रिय पत्रकारिता के चलते प्रकाशित होती रही हैं। उक्त सभी ख़बरों को समय-समय पर शासन-प्रशासन में बैठे उच्चाधिकारियों तक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यमों से पहुंचा बिजली घर में हो रहे भारी भ्रष्टाचारों से उन्हें अवगत कराया गया जिससे विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा पीड़ित-प्रताड़ित कई उपभोक्ताओं को समय-समय पर जांचोपरांत इन्साफ भी मिला। दूसरी ओर पंकज तोमर के विरुद्ध विद्युत विभाग डीवीजन चार में खार खाए बैठे अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा भी समय-समय पर पत्रकार को हर प्रकार से दबाने का प्रयास किया गया जिसमें फर्जी मुक़दमे दर्ज करवाने से लेकर उनके ऊपर जानलेवा हमला करने तक का प्रयास शामिल है। 


अभी हालिया अति विश्वसनीय गुप्त सूत्र से प्राप्त जानकरी के अनुसार विद्युत विभाग डिवीजन चार के अधिकारियों- कर्मचारियों द्वारा पुनः पत्रकार पंकज तोमर को किसी झूठे कानूनी मामले में फसाने की साजिश रची जा रही है। यह साजिश कोयल एनक्लेव बिजली घर पर तैनात अवर अभियंता निरंजन मौर्या, लाइनमैन त्रिलोकचंद ,लाइनमैन राजीव व अन्य लाइनमैनों द्वारा रची जाने की बात सामने निकल कर आई है।जिसमें इन लोगों द्वारा किसी भी प्रकार से पंकज तोमर को किसी झूठे बिजली चोरी के मामले में फसाने की साजिश की जा रही है। श्रीमान तोमर के द्वारा लगातार इन लोगों के भ्रष्टाचार की खबरें अखबार में प्रकाशित होती रही है जिससे तंग आ यह लोग पूर्व में पत्रकार के ऊपर गगन विहार कॉलोनी में किये गये जानलेवा हमले के बाद काफी लंबे समय से किसी और अच्छे मौके की तलाश में है जिससे उनके भ्रष्टाचारी रास्ते का सबसे बड़ा रोड़ा हमेशा के लिए बेअसर हो जाए और यह सभी बेखौफ हो पुनः अपने क्षेत्र में विद्युत विभाग के नाम से उपभोक्ताओं का शोषण और उनसे उगाही कर सके जो कि पंकज तोमर द्वारा की जा रही इनके विरुद्ध पत्रकारिता के होते सम्भव नहीं है।


मामले की गंभीरता को देखते हुए अब पत्रकार पंकज तोमर द्वारा एक पत्र वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाज़ियाबाद एवं पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश को भेजी जा रही है, जिससे भविष्य में पंकज तोमर के विरुद्ध इन लोगों द्वारा होने वाले किसी भी तरह के शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक उत्पीड़न से बचा जा सके और वह अपने पत्रकारिता के माध्यम से आगामी भविष्य में इसी प्रकार निरंतर इन भ्रष्टाचारी तत्वों के विरुद्ध अपनी लड़ाई जारी रख समाज के लोगों जागरूक तथा शाशन-प्रशासन को आगाह करते रह पाएं।

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