सेल्स टैक्स ऑफिसर गौरव श्रीवास्तव के साथ तैनात पुलिसकर्मी महिपाल आते जाते वाहनों को रोककर करता है उगाही 


गाजियाबाद:-साहिबाबाद के थाना टीला मोड़ अंतर्गत आने वाले लोनी रोड पंचशील कॉलोनी के सामने टाटा सूमो मे बैठे सेल्स टैक्स ऑफिसर गौरव श्रीवास्तव द्वारा माल वाहक टैम्पो, रिक्शों, ट्रकों आदि को रुकवा कर सघन चैकिंग करवाई जाती है ताकि बिना बिल कोई भी वाहन जो किसी भी प्रकार का सामान लेकर जा रहा हो उसे पकड़ टैक्स चोरी पर लगाम लगाई जा सके जो काफी आवश्यक भी है। 


 


परंतु इन्हीं सेल्स टैक्स अधिकारी गौरव श्रीवास्तव के साथ तैनात पुलिसकर्मी महिपाल व अन्य जो आते जाते वाहनों को चैकिंग के लिए रोकते हैं उनके द्वारा लोगो से चैकिंग के नाम पर पैसे ऐंठे जा रहे हैं। इससे संबंधित एक ताज़ा मामला दिनांक 8-11-2020 देखने को मिला जिसमें पुलिसकर्मी महिपाल व तैनात अन्य लोगों द्वारा लोनी की तरफ से आ रहे वाहनों को पंचशील कॉलोनी के सामने रोककर उनके कागज चैक किए जा रहे थे। कागज पूरे ना होने की सूरत में उनसे पैसे लेकर उन्हें वहां से जाने दिया जा रहा था। इसी दौरान एक गाड़ी वाले को रोका गया और सेल टैक्स में तैनात पुलिसकर्मी महिपाल सिंह ने गाड़ी मालिक से कहा की तुम्हारी फैक्ट्री यहां लोकल में है और तुम्हें सभी फैक्ट्री वाले जानते हैं आस-पास में जितनी भी फैक्ट्रियां हैं उनसे हर महीने 15 सौ से 2 हजार रुपए मुझे इकट्ठा करके दिया करो पिछले दो-तीन महीनों से तुम लोग मुझे पैसे नहीं दे रहे हों, क्योंकि अब सेल टेक्स की ठेकेदारी मेरे पास है (यानी महिपाल सिंह के पास है) और इस क्षेत्र में लगभग 35 से 40 फैक्ट्रियां हैं जिससे हर महीने सारे पैसे इकट्ठा करके मुझे दे दिया करो नहीं तो जैसे अभी तुम कह रहे हो कि काम बंद है तो काम बंद ही हो जाएगा। 


 


यह एक बड़ा ही गंभीर विषय है कि किस प्रकार यह लोग अपने छोटे से फायदे के लिए राज्य सरकार को हर साल लाखों रुपए राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे हैं। राज्य सरकार टैक्स चोरी रोकने की चाहे लाख कोशिशें कर ले लेकिन सेल्स टैक्स कार्यालयों में तैनात इस प्रकार के कुछ भ्रष्‍ट कर्मचारी अपने छोटे से फायदे के लिए इस प्रकार लाखों-करोड़ों की टैक्स चोरी अपनी आखों के सामने होने देते हैं। 


 


खबर के साथ प्रकाशित तस्वीर में आप साफ-साफ देख सकते हैं कि किस प्रकार हेड कांस्टेबल महिपाल एक व्यक्ति से पैसे लेकर अपनी जेब में डाल रहा है और शाशन-प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहा है।


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