वर्तमान परिप्रेक्ष्य में नारी सुरक्षा

 



   दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत पंजी." के तत्वाधान में एवं "आत्मजा साहित्य संस्थान के संयोजन में परिचर्चा संगोष्ठी का आयोजन      


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि :-   


           बिमला जग्गरवाल जी राज.फायर सर्विस फायर वुमेन 6 मेडल (world fire fighter games in south korea) जयपुर राजस्थान


      अध्यक्षता चन्द्रकांता सिवाल "चन्द्रेश" जी उपप्रधान (दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत पंजी.,,अध्यक्ष आत्मजा साहित्य संस्थान)की रही


       इस कार्यक्रम परिचर्चा में उपस्थित मुख्य अतिथि श्रीमती बिमला जग्गरवाल जी अपने वक्तव्य में सभी सम्मानित महिलाओं का अभिनंदन करते हुए अपनी बात रखी उन्होंने कहा हम सभी महिलाएं सृष्टि का आधार हैं, शक्ति का रूप हैं। । अपनी बात पर जोर देते हुए कहा हम महिलाओं को अपने बच्चों को हर स्त्री महिला का सम्मान सिखाना होगा। वही आने वाली भावी पीढ़ी है। और कहा हमें भी स्वतंत्र रूप से जीने का अधिकार है। हमें ही पुरुष प्रधान समाज की सोच बदलनी होगी।


       आयोजन की अध्यक्षता कर रही पंचायत उपप्रधान चन्द्रकांता सिवाल "चन्द्रेश" ने अपने वक्तव्य में सभी का स्वागत करते हुए कहा वर्तमान परिस्थितियों में आधी आबादी की सुरक्षा विषय पर चर्चा करें तो सबसे महत्वपूर्ण बात यही है कि एक नारी ही एक नारी की बेहतर सुरक्षा प्रदान कर सकती है,उसे न्याय दिला सकती है.वर्तमान में देश मे सबसे ज्यादा चर्चित यूपी०का हाथरस घटनाक्रम में जिस तरह मीडिया की महिला ऐंकरो ने हिम्मत का परिचय दिया वह काबिले तारीफ है।लेकिन जिस प्रकार महिला सुरक्षा और महिला विकास के लिये जितने आयोग बने हैं सभी ने अपनी त्वरित तत्परता नहीं दिखायी.ऐसी स्थिति में ये कहना उचित होगा कि महिलाओं को ही हिंसा से बचाने के साथ साथ महिलाओं के लिये बने आयोग,योजना,प्रस्तावना आदि को भी सुरक्षित करना होगा ताकि वे अपना काम करे।महिलाओं की सुरक्षा के संदर्भ में चिंतन का मकसद केवल घरेलू हिंसा,सामाजिक हिंसा और अराजक हिंसा से ही नहीं होना चाहिये वरन आधी आबादी के सर्वांगीण विकास के क्षीण हो रहे योजनाओं ,तथ्यों को भी बचाने के लिये होने चाहिये।


कार्यक्रम का संचालन कर रही डॉ.भावना शुक्ल ने अपनी बात में कहा 'किसी भी राष्ट्र की प्रगति का सर्वोत्तम थर्मामीटर है, वहाँ की महिलाओं की स्थिति। हमें नारियों को ऐसी स्थिति में पहुँचा देना चाहिए, जहाँ वे अपनी समस्याओं को अपने ढंग से स्वयं सुलझा सकें।


      इस गूगल मीट में विशेष आमंत्रित श्रीमती मनोरमा सक्करवाल ने अपनी बात में कहा महिलाओं की स्थिति परिवर्तन के लिए एकजुट होकर कार्य करना होगा। श्रीमती गीता सक्करवाल ने महिलाओं को अपनी सुरक्षा स्वयं करने पर जोर देते हुए बेटियों को आत्मसुरक्षा के गुर सिखाने की बात कही वहीं जयश्री जलुथरिया ने महिला सुरक्षा को लेकर सरकार की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह करते हुए बेटियों को उचित सुरक्षा व्यवस्था की बात कही। वीना जाजोरिया ने बेटियों को उचित मार्गदर्शन के साथ ही बेटों को भी सही संस्कार देने पर जोर दिया। एवं सभी महिलाओं ने वर्तमान में नारी सुरक्षा को लेकर अपने ओजपूर्ण विचार अभव्यक्ति दी और उन पर अपनी सक्रिय भागीदारी की बात कही और महिलाओं को अपनी सुरक्षा जिम्मेदारी के उत्तरदायित्व का भी ज्ञात कराया। डॉ. कामना तिवारी श्रीवास्तव डॉ. रीतू अग्रवाल द्वारा नारी भाव काव्य प्रस्तुति ने कार्यक्रम को गरिमापूर्ण बनाया। 


       कार्यक्रम समापन पर अध्यक्षा चन्द्रकांता "चन्द्रेश" ने सभी सम्मानित महिलाओं की गरिमापूर्ण उपस्थिति का अभिनंदन हार्दिक आभार व्यक्त किया।



 चन्द्रकांता सिवाल "चन्द्रेश"


उपप्रधान (दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत पंजी.)


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