डाटला एक्सप्रेस
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गाजियाबाद। इस समय देश चुनाव की प्रक्रिया से गुजर रहा है जहां एक ओर पुलिस व प्रशासन चुनावी प्रबंधन की तैयारियों में जुटा हुआ है वहीं कुछ लोगों ने इसे कमाई और प्रताड़ना और बदले का जरिया भी बना लिया है। इसी सिलसिले में प्राप्त एक समाचार के मुताबिक उत्तर प्रदेश के जनपद गाज़ियाबाद स्थित साहिबाबाद थानाक्षेत्र की शालीमार गार्डन पुलिस चौकी के कुछ पुलिसकर्मी अपनी जेबें गरम करने के जरिए तलाशने में जुटे हैं। शालीमार गार्डन में रहने वाले एक पीड़ित ने आरोप लगाते हुए एसएसपी समेत आलाधिकारियों को पत्र भेजकर अवगत कराया है कि उसके बेटे को एक लाख रुपए न मिलने पर चौकी शालीमार गार्डन पुलिस ने तीन दिन अवैध हिरासत में रखने के बाद फर्जी मुकदमें में जेल भेज दिया है।
पीड़ित पिता ने इस मामले में उच्चाधिकारियों से अविलंब कार्रवाई करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। मालूम हो कि शालीमार गार्डन के स्वामी विवेकानन्द एंक्लेव में रहने वाले परचून विक्रेता कपिल कुमार गुप्ता ने एसएसपी, आईजी, डीआईजी तथा शासन को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा है कि 13 मार्च 2019 की दोपहर चौकी प्रभारी हरिओम सिंह, कांस्टेबल के०के० चौधरी समेत चार पुलिसवाले उनके घर सादी वर्दी में पहुंचे। उस समय वह दुकान पर थे जबकि उनका एक बेटा घर में तथा दूसरा बेटा पड़ोस में था। पुलिसवाले बिना कोई कारण बताए उनके दोनों बेटों प्रदीप और नीरज तथा एक अन्य युवक को चौकी पर ले गए। चौकी पहुंचने पर प्रदीप को यह कहते हुए छोड़ दिया गया कि वह एक लाख रुपए लाकर दे, तभी उसके भाई नीरज को छोड़ा जाएगा। अगर यह रकम नहीं मिली तो फर्जी मुकदमों में फंसा उनका जीवन तबाह कर दिया जाएगा।
कपिल कुमार गुप्ता का कहना है कि उक्त पुलिसकर्मियों ने उनके बेटे प्रदीप को बुरी तरह डराया-धमकाया जिसकी वजह से वह सदमें में है, वहीं एक लाख रुपए न मिलने पर उनके दूसरे बेटे नीरज को पुलिसकर्मियों ने तीन दिन तक अवैध हिरासत में रखा और इस बीच पुलिसवाले लगातार एक लाख रुपए की मांग करते रहे। जब पुलिसकर्मियों को यह रकम नहीं मिली तो उन्होंने तीन दिन की अवैध हिरासत के बाद नीरज को फर्जी मुकदमों में जेल भेज दिया। आरोप यह भी है कि पुलिसवालों ने नीरज का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया। कपिल कुमार का दावा है कि पुलिसवालों की करतूत की सीसीटीवी फुटेज उनके पास है। जिसके आधार पर कपिल कुमार ने निष्पक्ष जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग आलाधिकारियों से की है। न्याय न मिलने की सूरत में पीड़ित पक्ष अदालत की शरण में जाने की बात भी कह रहा है। कपिल कुमार का कहना है कि चौकी प्रभारी हरिओम सिंह, कांस्टेबल के०के० चौधरी व कुछ पुलिसकर्मी क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करने के बजाय निर्दोषों को अवैध हिरासत में लेकर उनसे अवैध उगाही करने में मशगूल हैं जिससे लोगों का विश्वास कानून व्यवस्था से विश्वास उठ रहा है।