डाटला एक्सप्रेस संवाददाता
रिपोर्ट: रोशन कुमार
वाराणसी: दिनांक 12 फरवरी को चिरईगाँव ब्लॉक के सभागार में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा वाराणसी द्वारा 'कमल शक्ति अभियान महिला मोर्चा सम्मेलन' आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती दर्शना सिंह व विशिष्ट अतिथि द्वय के रूप में श्रीनाथ जी प्रोडक्शन सोसायटी की अध्यक्षा डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' तथा काशी क्षेत्र की क्षेत्रीय अध्यक्षा श्रीमती अनीता त्रिपाठी थीं।
सम्मेलन में चार-चाँद लगाने हेतु भारतीय जनता पार्टी उत्तर-प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री माननीय अनिल राजभर जी, काशी क्षेत्र की क्षेत्रीय महामंत्री श्रीमती सुनीता सिंह, क्षेत्रीय कार्यालय मंत्री महिला मोर्चा की जिला प्रभारी श्रीमती प्रियंका दुबे 'पीहू' महिला मोर्चा जिले की सभी पदाधिकारी गण, 15 मंडल की अध्यक्षा गणों की टीमें, ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली सभी आँगनबाड़ी, आशा बहुएँ, ए.एन.एम. व स्वयं सहायता समूह की बहनें, एन.जी.ओ. की बहनें श्रीमती आरती सेठ (प्रदेश कार्यसमिति सदस्य महिला मोर्चा), श्रीमती रीना तिवारी (क्षेत्रीय मंत्री), श्रीमती गीता सिंह (क्षेत्रीय कार्यसमिति सदस्य काशी क्षेत्र), श्रीमती ममता राय, विनीता सिंह, सीमा ओझा, सुधा रानी मिश्रा (सभी जिला उपाध्यक्ष), श्रीमती किरन मिश्रा, बबीता कुशवाहा, सीमा पटेल, अर्चना उपाध्याय, बेबी दूबे (सभी जिला मंत्री), जिला कार्यालय मंत्री श्रीमती सुनीता सिंह व 10 गाँवों की महिलाएँ प्रमुख रूप से उपस्थित थीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की लोकप्रिय यशस्वी जिला अध्यक्षा श्रीमती मीना तिवारी जी ने की। इस अवसर पर डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' ने महिलाओं को संबोधित करते हुए देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के संकल्प व योजनाओं से अवगत कराते हुए कहा कि एक महिला पूर्ण चक्र है जिसमें पुरुष को जन्म देने,उसे पोषित करने, उसे संस्कार देने की अदम्य शक्ति होती है। वो चाहे तो अपनी कोख से कृष्ण जैसी संतान को जन्म देकर समूचे देश को कर्णधार दे सकती है, वो चाहे तो कंस जैसी दुराचारी औलाद को जन्म देकर राक्षसी-वृत्ति को विकसित कर सकती है। परिवार में एक बेटे के पढ़ने से एक आदमी शिक्षित होगा यदि बेटी पढ़ेगी तो समूची पीढ़ी शिक्षित होगी। नारी धन, विद्या,शक्ति की देवी है। नारी जाति के सशक्त होने से ही समूचा समाज व देश सशक्त होगा।
हम महिलाओं को सबसे पहले शिक्षित होकर अपने दायित्वों को समझना होगा, भ्रूण हत्या को रोकना होगा, देश की बेटी को पढ़ाकर उज्ज्वल भविष्य देना होगा, रोज़गार पाने के लिए प्रयासरत रहना होगा,शिक्षा,स्वच्छता, स्वास्थ्य, सुरक्षा जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करना होगा तभी हम महिलाएँ सही मायने में माननीय मोदी जी के संकल्प को पूरा करने में वास्तविक योगदान दे पाएँगी। मोदी जी ऐसे पहले प्रधान मंत्री हैं जिन्होंने पुरुषों से ज्यादा महिलाओं के बारे में सोचा और उन्हें योजनाओं के तहत बेहतरीन जीवन जीने का सुनहरा अवसर प्रदान किया। बेटा-बेटी को समान समझने और भ्रूण हत्या को रोकने के लिए 'सुकन्या समृद्धि योजना' चलाई।बच्चों की पैदाइश के समय अस्वस्थता व कमज़ोरी के कारण माताओं की मृत्युदर को रोकने के लिए 'पायलेट प्रोजेक्ट योजना' चला कर गर्भवती माता के खाते में 6000 (छ: हज़ार) रुपये जमा कराए ताकि उन्हें पौष्टिक आहार मिल सके, स्वस्थ बच्चा जन्म ले सके,मशीनें लगाकर सैनेटरी नैपकिन्स की सुविधा मुहैया कराई, महिलाओं की स्वस्थता को ध्यान में रखते हुए शौचालय बनवाए, उज्ज्वला गैस योजना के तहत गाँव के घर-घर में गैस के कनैक्शन पहुँचाए, बहनों को रोज़गार दिलाने हेतु 'महिला-ई-हाट योजना' चालू की, रोज़गार के लिए लोन देने हेतु 'सिंड महिला शक्ति योजना' व 'वैभव लक्ष्मी योजना' चलाकर हम महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार दिलाने का अचूक प्रयास किया है। यदि आप अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहती हैं तो एकजुट होकर एक साथ कहिए- "बार-बार मोदी, हर बार मोदी"