प्रस्तुत हैं बाल कवि श्री़यांश गुप्ता की मशहूर कविता


 


भारत माता दुखी हो गई
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भारत माता दुखी हो गई
सुनकर अपने बच्चों की वाणी।
जो बोल रहे हैं रिश्वत जैसी गाली।
भारत माँ भी कह उठी -
"बच्चों ने किया ऐसा बुरा हाल
कि मैं हो रही हूँ बेहाल।
मैं थी पहले सोन चिरइया
नेता मुझे खा गए।
अपनी भारत माँ के नाम पर
करोड़ों को यह डकार गए।"
जिस माँ की मिट्टी से जन्मे
गांधी, नेहरू और सुभाष।
उसी माँ के नाम पर
भ्रष्टाचार करते हैं कुछ जनाब।
विद्या में भी कुछ लोगों ने
मिला दिया डॉनेशन के विष का प्याला।
भारत माता परेशान है
नेताओं की जबानों से
जो सिर्फ करती खोखले वादे
उनकी भोली भाली अवामों से।
चाँद- मंगल को छूकर हम
बन रहे हैं शक्तिशाली।
पर भीतर से तो हैं हम
बहुत बडे़ वाले भ्रष्टाचारी।
दूसरों पर इल्ज़ाम लगाते
हैं यहां पर ऐसे कर्मचारी।
भारत माता दुखी हो गई
सुनकर अपने बच्चों की वाणी।
जो बोल रहे हैं रिश्वत जैसी गाली।
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रचनाकार:
नाम: श्रीयांश गुप्ता
पता: श्री बालाजी सलेक्शन,
ई-24, वैस्ट ज्योति नगर, शाहदरा, दिल्ली - 110094
फोन नंबर : 9560712710
ई-मेल: shriyanshguptag@gmail.com
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(प्रस्तुति: डाटला एक्सप्रेस/गाज़ियाबाद, उ०प्र०/ 25/01/2019/संपादक: राजेश्वर राय 'दयानिधि'/email: rajeshwar.azm@gmail.com/datlaexpress@gmail.com/दूरभाष: #8800201131/व्हाट्सप: 9540276160


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