अधिशासी अभियंता राजीव आर्य की तिकड़म बाजियां ऐसी जिसे देख शकुनी भी हो जाए नतमस्तक, इन्हीं तिकड़म बाजियों का सहारा ले एक बार फिर अपने चहेते लाइनमैन राजीव को बचाने की कर रहे कोशिश।



गृह क्षेत्र मे तैनाती मामले मे अ0अ0 राजीव आर्य द्वारा लाइनमैन राजीव को उसके तुलसी निकेतन स्थित निजी आवास से राजेंद्र नगर करवाया शिफ्ट

डाटला एक्सप्रेस संवाददाता 

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड "गाज़ियाबाद" डिवीजन चार के कोयल एंक्लेव बिजली घर पर एक दशक अधिक से तैनात प्रचंड भ्रष्टाचारी/ब्लैक लिस्टेड व कई बार सस्पेंडेड संविदाकर्मी लाइनमैन राजीव को भला कौन कोयल एंक्लेव बिजली घर क्षेत्र मे कौन नहीं जानता। 

मकान संख्या 12 ए, तुलसी निकेतन, साहिबाबाद, गाज़ियाबाद, उ.प्र 201005 का निवासी कोयल एंक्लेव बिजली घर पर एक दशक अधिक से तैनात संविदाकर्मी लाइनमैन को अधिशासी अभियंता राजीव आर्य का कुछ ऐसा आशीर्वाद प्राप्‍त है कि वह किसी भी दशा मे इस लाइनमैन को इस बिजली घर से चेयरमैन,एमडी पविविनिलि के आदेशों के बावजूद कतइ हटाने को तैयार नही हैं। इस बाबत की गई कई शिकायतों मे उन्होने हर बार इस लाइनमैन का बचाव करते हुए इसका स्थानांतरण कोयल एंक्लेव बिजली घर से नहीं होने दिया। 

राजीव आर्य द्वारा शिकायतों के निस्तारण मे अपने उच्चाधिकारियों को किस प्रकार गुमराह किया गया उसका उदाहरण कुछ ऐसे समझिये की इस लाइनमैन राजीव के दो निजी मकान तुलसी निकेतन मे स्थित हैं जिनके पते कुछ इस प्रकार से हैं (1)-म0स0 12ए तुलसी निकेतन (2)-म0स0 1944 तुलसी निकेतन। 

तकरीबन एक वर्ष पूर्व एमडी पविविनिलि "मेरठ" द्वारा व तकरीबन तीन महीने पहले चेयरमैन द्वारा यह आदेश दिये गए थें की किसी भी संविदाकर्मी को उसके गृह क्षेत्र यानी जहां वह रहता है उस क्षेत्र के बिजली घर मे तैनाती ना दी जाए अथवा जिन संविदाकर्मीयों का किसी शहरी क्षेत्र मे आने वाले बिजली घर मे तीन वर्ष से अधिक तैनाती रही हो उन्हें तत्काल दूसरे बिजली घरों मे स्थानान्तरित किया जाए। इन दोनों सूरतों मे ही संविदाकर्मी लाइनमैन राजीव स्थानांतरण किये जाने योग्य है, क्यूंकि वह कोयल एंक्लेव बिजली घर अंतर्गत आने वाले तुलसी निकेतन काॅलोनी का वर्षों से निवासी है और यदि कोई इस बात को नकार भी दे जो कि सम्भव नहीं क्यूंकि कोई भी व्यक्ति इन पतों पर जाकर इस बात को सुनिश्चित कर सकता है कि यह दोनों मकान किसके हैं। इसके अलावा राजीव कोयल एंक्लेव बिजली घर पर तीन वर्षों से अधिक तकरीबन सतरह, अट्ठारह वर्षो से तैनात है, इस हिसाब से भी यह तत्काल स्थानांतरण किये जाने योग्य है। 

किंतु भला हो अ0अ0 राजीव आर्य का जिन्होंने एक शिकायत की आख्या पत्रांक संख्या 80/वि0न0वि0ख0-चतुर्थ/गाज़ियाबाद/दिनांक-10.04.2023 मे यह तक कह डाला कि संविदाकर्मी लाइनमैन राजीव द्वारा लिखित मे दिया गया है कि वह मूल रूप से बुलंदशहर निवासी है। जबकि उन्हें इसके तुलसी निकेतन स्थित दोनों मकानों और उसके यहां बर्षों से रहवास की भली-भांति जानकारी थी। चलिये अ0अ0 राजीव आर्य की इस बात को एक बार मान भी लेते हैं, लेकिन कोई उनसे पूछे कि चेयरमैन व एमडी साहब के आदेशानुसार संविदाकर्मी राजीव ने कोयल एंक्लेव बिजली घर पर सतरह, अट्ठारह वर्षो से अधिक का समय भी व्यतित किया है तब भी आप इसका स्थानांतरण किस लोभ के चलते नही होने दे रहे हैं, तो शायद उनके पास कोई जवाब ना हो। 

किंतु लगातार प्रकाशित हो रही खबरों व प्रेषित की जा रही शिकायतों से राजीव आर्य द्वारा संविदाकर्मी राजीव को स्थानांतरण बचाने के लिये अभी कुछ दिनों पहले ही उसके तुलसी निकेतन स्थित मकान से उसे उसके परिवार सहित राजेंद्र नगर क्षेत्र मे शिफ्ट करवा दिया गया। ऐसा इसलिये कि कोई अधिकारी उक्त मामले मे औचक जांच को आता भी है तो मौके पर राजीव इन दोनों पतों पर उन्हें ना मिले। 

समझने वाली बात यह है कि आखिर अ0अ0 राजीव आर्य को इस संविदाकर्मी राजीव से ऐसी भी क्या लालच है कि वह यह जानते हुए भी कि यदि कल को उक्त मामले मे गहन जांच पड़ताल हुई (जो निश्चित होगी) तो उसकी गाज इनके ऊपर अवश्य गिरेगी, ऐसे मे वह इसका स्थानांतरण किसी भी कीमत पर अनेकानेक तिकड़म बाजियां कर कोयल एंक्लेव बिजली घर से क्यूँ नहीं होने देना चाहते। 

कुल मिला कर गणित यही है कि जब तक डिवीजन चार मे ऐसे भ्रष्‍ट व भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने वाले अ0अ0 राजीव आर्य जैसे अधिकारी तैनात रहेंगे, तबतक इस डिवीजन की जड़ों तक घर कर चुके भ्रष्टाचार को कोई खत्म नहीं करवा सकता, फिर चाहे वह पविविनिलि के एमडी हो, पविविनिलि गाज़ियाबाद के मुख्य अभियंता हो या कोई और किसी का भी कोई जोर नही जो अ0अ0 राजीव आर्य द्वारा डिवीजन चार में चलाई जा रही समानांतर सरकार उनके किले को ध्वस्त कर सके।

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