कलम की ताकत


 


अनिल कुमार पाण्डेय


प्रदेश अध्यक्ष- उगता भारत प्रबुद्ध जन मंच


 ए-265 आई टी आई संचार विहार मनकापुर,


गोण्डा (उ प्र ) शब्ददूत-9198557973


 


 


कविता 


ताकत बहुत कलम में होती 


है खंजर से भारी ।


हार गए हथियार सभी पर


कलम न हिम्मत हारी ।।


 


ऋषि मुनियों के हाथ लगी जब


चार वेद लिख डाले ।


मिटा बहुत कुछ इस दुनिया से 


मिटे न लिखने वाले ।।


रुकी नही रफ़्तार आज तक


लिखना अब भी जारी । ताकत बहुत---------


 


वाल्मीकि ने कलम उठाकर


राम कथा लिख डाली ।


तुलसी ने भी उसी भाव से


स्वस्थ प्रथा प्रतिपाली ।।


कलम साधिका सरस्वती की


जिनकी हंस सवारी । ताकत बहुत-----------


 


हथियारों की होड़ मची तब


हमने कलम उठाई ।


इसी कलम के बल पर हमने


विश्व विजय कर पाई ।।


तीर और तलवार सभी ने 


झुककर मानी हारी । ताकत बहुत-------------


 


इतिहासों के पृष्ठ सजे सब 


कैसे महिमा गाऊँ ।


तम की तारण हार कलम है


बार-बार समझाऊँ ।।


सभी उपासक इसी कलम के


सद् गृहस्थ नर नारी । ताकत बहुत----------


 


 


 


Comments